शनि के राशि परिवर्तन करते ही कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाएगी। वहीं कुछ राशियों को इससे मुक्ति मिल जाएगी।
Shani Sade Sati: शनिदेव को न्याय के देवता कहा जाता है। पौराणिक और धार्मिक कथाओं के अनुसार शनिदेव को कर्मफल दाता के रूप में बताया गया है। शनिदेव की नाराजगी से सभी भयभीत रहते हैं। शनिदेव लोगों को कर्म के हिसाब से फल देते हैं। शनिदेव 30 साल बाद राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। वे 17 जनवरी को मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेंगे। शनि के राशि परिवर्तन करते ही कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाएगी। वहीं कुछ राशियों को इससे मुक्ति मिल जाएगी। ऐसे में जिन राशि के जातकों को साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिलेगी, उनके अच्छे दिनों की शुरुआत हो जाएगी।
शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या
इसी कारण से शनि को कलयुग का न्यायाधीश कहा गया है। शनिदेव मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं। ऐसे में शनिदेव को ये दो राशियां बहुत प्रिय है और शनि मकर से निकलकर कुंभ में गोचर करेंगे। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या को काफी कष्टकारी माना जाता है। शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात वर्ष तक रहती है और वहीं ढैय्या का प्रभाव ढाई साल तक रहता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी ग्रहों में शनि की चाल सबसे धीमी मानी जाती है। 17 जनवरी को होने जा रहा गोचर काफी खास माना जा रहा है।
इन राशियों को मिलेगा लाभ
शनिदेव 17 जनवरी को राशि परिवर्तन करेंगे। उनके मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करते ही धनु राशि के जातकों को साढ़ेसाती से छुटकारा मिल जाएगा। वहीं तुला और मिथुन राशि के लोगों की ढैय्या समाप्त हो जाएगी। इन राशियों के जातकों को साढ़ेसाती और ढैय्या समाप्त होते ही इन्हें हर क्षेत्र में सफलता मिलने लगेगी। इनके हर काम बनेंगे। साथ ही इन्हें इनकी किस्मत का भी पूरा साथ मिलेगा।

कर्क, कन्या और कुंभ राशि के लिए ये समय काफी अच्छा है। लेकिन इस बार शनि का उनकी राशि में परिवर्तन उतना लाभदायक नहीं हैं और उनको हर एक छोटे-छोटे फैसलों में सोच और समझदारी के साथ चलना होगा। कुंभ राशि वाले कारोबारियों के लिए फिलहाल समस्याओं और उलझनों से दूर रहकर सही फैसले लेने और सतर्क रहने की ख़ास जरूरत है। इसके साथ ही अप्रैल में थोड़ा ज्यादा सतर्क रहने की भी ज़रूरत है क्योंकि उस दौरान काफी समस्याएं सामने आएंगी। इसी के साथ अपने दोस्तों और साथ काम करने वालों का भी सहयोग भरपूर मिलेगा, इसलिए हमेशा अपनी चिंताओं को साझा ज़रूर कीजिए।

मेष और मिथुन राशि वाले कारोबार में जितने भी उलझे काम थे, वो सब अब सुलझेंगे। दोनों राशियों में शनि का परिवर्तन हुआ है, जिससे व्यापारी का मन जितना काम में लगेगा उतना उनके लिए फलदायक है और व्यापार में समृद्धि मिलेगी। इसी के साथ-साथ शनि के इस परिवर्तन से इन राशि के व्यक्तियों को एक बड़ा फायदा यह हो सकता है कि व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए कुछ बड़ी डील भी फाइनल हो सकती है। दोनों राशि वालों को एक ख़ास बात याद रखनी जरूरी होगी कि वे अपने काम के प्रति लगन को बरकरार रखें।