20 नवंबर को देव गुरु बृहस्पति चाल बदलकर अपनी नीच मकर राशि में चले जाएंगे तो उनके चाल बदलने से कई महत्वपूर्ण घटनाएं भी घटित होंगी।

वैदिक ज्योतिष में देव गुरु बृहस्पति को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है और उनके गोचर को भी एक महत्वपूर्ण ज्योतिष्य घटना माना जाता है। इन्हें अत्यंत शुभ ग्रह माना जाता है । बृहस्पति हमारे जीवन में उन्नति की राह खोलते हैं । इन्हें ज्ञान, कर्म , धन , पुत्र और विवाह का कारक माना जाता है। इन्हें अध्यात्म का कार्य माना जाता है और इन्हें दार्शनिक का दर्जा भी दिया गया है । यह ज्ञान के दाता हैं। ऐसा माना जाता है कि देव गुरु बृहस्पति हमारे आध्यात्मिक ज्ञान व हमारी बुद्धि को निर्देशित करते हैं और जिस जातक पर यह प्रसन्न होते हैं , उसे जिंदगी में किसी चीज की कमी नहीं रहती । समाज में खूब यश सम्मान मिलता है। जिन लोगों की कुंडली में , होरोस्कोप में बृहस्पति यानी जुपिटर का प्रभाव अधिक होता है , उस व्यक्ति का मन धर्म और आध्यात्मिक कार्य में बहुत अधिक लगता है। मैं कुंडली टीवी के दर्शकों को यह बताना चाहूंगा कि देव गुरु बृहस्पति कर्क राशि में उच्च के होते हैं और मकर राशि में नीच के होते हैं। धनु और मीन इनकी अपनी राशियां हैं।

20 नवंबर को जब देव गुरु बृहस्पति अपनी चाल बदलकर अपनी नीच मकर राशि में चले जाएंगे तो उनके चाल बदलने से कई महत्वपूर्ण घटनाएं भी घटित होंगी । देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ेगा। शिक्षा क्षेत्र में कई तब्दीलिया देखने को मिलेंगी। आईटी क्षेत्र में फिर से उछाल आने लगेगा। देव गुरु बृहस्पति के 20 नवंबर को राशि बदलने पर विभिन्न राशियां प्रभावित होंगी।

मेष राशि वालों की जहां परेशानियां कम होंगी, वहीं शुभ कार्यों पर भी खर्च होगा और धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । वैवाहिक सुख में भी बढ़ोतरी होगी।

वृषभ राशि में मिलाजुला प्रभाव डालेंगे इन राशि वालों को स्वास्थ्य संबंधी खासकर पेट से संबंधित कोई दिक्कत हो सकती है। सेहत के प्रति लापरवाही पर तना ठीक नहीं होगा।

मिथुन राशि वालों के दांपत्य जीवन में खुशियां आएंगी । प्रमोशन का योग भी बनेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और लंबे अरसे से कोई काम जो अटका हुआ था , वह बन जाएगा।

कर्क राशि वालों को शत्रुओं के चालों से बच कर रहना होगा। मानसिक तनाव हो सकता है लेकिन इस राशि के विद्यार्थियों का विदेश जाकर पढ़ने का सपना साकार हो सकता है।

सिंह राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर अच्छा रहने वाला है। विरोधी नतमस्तक होंगे। प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे। रुका हुआ धन भी वापस मिलने के चांस है।

कन्या राशि वालों की प्रॉपर्टी में इजाफा होगा। पारिवारिक जीवन में मधुरता आएगी। जो लोग रिलेशन में हैं, वह शादी के बंधन में बंध सकते हैं । इनकम का कोई नया सोर्स डिवैलेप हो सकता है।

तुला राशि वालों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। तरक्की के रास्ते खुलते चले जाएंगे। भाई बहनों का सहयोग मिलेगा और छोटे भाई बहनों को कोई बड़ी कामयाबी भी मिल सकती है।

वृश्चिक राशि वालों की तो जैसे लॉटरी खुलने वाली है। देव गुरु बृहस्पति कई स्रोतों से इनकम प्रदान करेंगे और लंबे समय से अटकी हुई समस्याओं का भी हल निकालेंगे।

धनु राशि वालों का समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। आर्थिक जीवन में तरक्की मिलेगी और संतान संबंधी चिंता भी दूर होगी।

मकर राशि वालों के खर्चे बढ़ेंगे और इनवेस्टमेंट के लिए समय अनुकूल नहीं होगा । व्यापार में अगर कोई साझेदार है तो उसके साथ थोड़ा विवाद हो सकता है , जिसे टालना बेहतर रहेगा। घर में बुजुर्गों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना होगा।

कुंभ राशि वालों को वाहन बहुत सावधानी से चलाना होगा । बस यही एक इतिहास बरतनी है। बाकी आपके रुके हुए काम बनेंगे और आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा। विद्यार्थियों के लिए भी समय बढ़िया रहेगा।

मीन राशि देव गुरु बृहस्पति की अपनी राशि है। मीन राशि वाले नया वाहन या मकान खरीद सकते हैं। पद प्रतिष्ठा दोनों बढ़ेगी। लेकिन स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतना ठीक नहीं रहेगा।

जिन राशियों के लिए देव गुरु बृहस्पति का गोचर बहुत शुभ प्रभात नहीं देगा। उन्हें चाहिए कि वह घर में बुजुर्गों का सम्मान करें और बृहस्पतिवार के दिन किसी मंदिर में चने की दाल दान करें और विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें व स्टेशनरी वितरित करने के साथ-साथ पीपल के पेड़ को जल चढ़ाएं।

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